बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा हटाने को लेकर 6 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
उत्तर प्रदेश के ज़िला बरेली में बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने और फिर हटाने को लेकर हुए बवाल मामले में छह पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. इस चूक पर एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है. आपको बता दें कि मूर्ति हटाने के दौरान दलित समुदाय के साथ पुलिस का टकराव हो गया था। जिसमें पथराव, आंसू गैस से लेकर महिलाओं पर लाठीचार्ज तक के कई फुटेज सामने आए थे. (Statue Babasaheb Dr Bhimrao Ambedkar)
घटना बरेली के सिरौली नगर पंचायत की है, जो ज़िला मुख्यालय से कोई 70 किलोमीटर दूर है. सिरौली का साहूकारा मुहल्ला दलित बाहुल्य है, जिसकी आबादी कोई दो हज़ार है. मुहल्लेवालों ने चंदा इकट्ठा करके एक खाली जगह पर बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित की थी. आरोप है कि इसके लिए प्रशासन की अनमति नहीं ली गई थी. प्रतिमा हटाने को लेकर पुलिस के साथ टकराव हो गया था.
पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच संघर्ष के कुछ वीडियोज पब्लिक डोमेन में हैं. उनको लेकर दोनों के अपने-अपने दावे और आरोप हैं. स्थानीय पुलिस का दावा है कि प्रतिमा हटाने के दौरान टीम पर पथराव कर दिया गया, जबकि दलित समुदाय का आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं से मारपीट की है. (Statue Babasaheb Dr Bhimrao Ambedkar)
इस मामले में पुलिस ने 13 नामजद और क़रीब 60 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है, इसमें 30 महिलाएं भी बताई जा रही हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. मूर्ति स्थापना के बाद यहां ऐसा कोई विवाद होगा, पुलिस-प्रशासन इसे भांपने में क्यों नाकाम रहा. क्या पुलिस के इनपुट में कोई गैप रहा. मूर्ति स्थापित होने तक क्या पुलिस को इसकी ख़बर ही नहीं लगी. और स्थापित होने के बाद इसे शांति के साथ ढील क्यों नहीं किया गया. पुलिस के साथ टकराव के हालात कैसे बने-इस पहलू पर भी जांच संभव है.
शुरुआती जांच के आधार पर छह पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ कार्रवाई सामने आ गई है और पुलिस के साथ उलझने वालों को भी चिन्हित किया जा रहा है. इंडस न्यूज़ 24 इनटू सेवन ने सिरौली के साहूकारा मुहल्ले में जाकर स्थिति समझने की कोशिश की थी. उसकी ग्राउंड रिपोर्ट हमारे चैनल पर देख सकते हैं. मुहल्ले में सन्नाटा है. ज्यादातर पुरुषों को पुलिस कार्रवाई का डर सता रहा है. (Statue Babasaheb Dr Bhimrao Ambedkar)