बोधगया, 27 फरवरी 2025: बोधगया स्थित भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली महाबोधि महाविहार को ब्राह्मण महंत के कब्जे से मुक्त करने के लिए चल रहे बौद्ध भिक्षुओं के आमरण अनशन आंदोलन का 16 वां दिन है, आंदोलन के प्रमुख व्यक्ति आकाश लामा ने बताया कि बिहार के गृह सचिव के कार्यालय से अनशनकारियों को संपर्क किया गया है कि बातचीत करने पहुंचे। दूसरी तरफ बौद्ध भिक्षुओं की तबीयत बुरी तरह बिगड़ती जा रही है। कई बौद्ध भिक्षु उठकर नहीं बैठ पा रहे हैं और एक बौद्ध भिक्षु को बोलने में भी परेशानी हो रही है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे डॉ विलास खरात की तबीयत भी बिगड़ रही है और प्रमुख अनशनकारी आकाश लामा की तबीयत भी बिगड़ रही है।
आंदोलन देश और दुनिया का बड़ा आंदोलन बन चुका है। देश के सभी ओबीसी एससी एसटी नेताओं का आंदोलन को प्रत्यक्ष प्रत्यक्ष रूप से समर्थन मिल चुका है लाखों की संख्या में लोग बोधगया पहुंच रहे हैं। कल भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह हजारों समर्थकों के साथ बोधगया पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया उन्होंने आवाहन किया कि यदि सरकार नहीं चेती तो जल्दी ही लाखों की संख्या में भीम आर्मी कार्यकर्ता बोधगया पहुंचेंगे और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
दूसरी तरफ डॉ विलास खरात के द्वारा आंदोलन के नए चरण की घोषणा की गई है जिसमें डॉ खरात के द्वारा आवाहन किया गया है कि 28 फरवरी 2025 को पूरे देश के जिला मुख्यालयों पर देश के सभी ओबीसी एससी एसटी बहुजन बहुसंख्यक एवं जागरूक लोगों के द्वारा ज्ञापन दिए जाएंगे। डॉ विलास खरात ने बताया कि देश के बहुजन समाज के 1000 से अधिक बड़े संगठनों का समर्थन आंदोलन को मिल चुका है और सभी लोग अपने जिले और देश के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार आंदोलनरत हैं। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को देश भर में व्यापक आंदोलन होगा और हजारों की संख्या में ज्ञापन सरकार तक पहुंचेंगे।
28 फरवरी को ज्ञापन की एक प्रतिलिपि भी डॉ खरात के द्वारा जारी की गई है जो कि उन्होंने इंडस न्यूज टीवी को भेजी है। डॉ विलास खरात ने आवाहन किया है कि ऊपर महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन समिति लिखकर नीचे अपने संगठन का नाम लिखकर पूरे देश के सभी बहुजन संगठन ज्ञापन दें।