बोधगया, 2 मार्च 2025: 19 दिन से महाबोधि महाविहार बुद्ध विहार की ब्राह्मण महंत से मुक्ति के लिए चल रहे आमरण अनशन पर बैठे बौद्ध भिक्षुओं की दो दिन पहले गिरफ्तारी कर ली गई थी, पुलिस द्वारा बौद्ध भिक्षुओं को जबरदस्ती गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है। बौद्ध भिक्षुओं का आमरण अनशन अस्पताल में भी जारी है, पुलिस के द्वारा बौद्ध भिक्षुओं को महाबोधि मंदिर परिसर के अनशन स्थल से भी हटा दिया गया है।
इन सभी घटनाओं को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आकाश लामा भड़क गए और उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए उन्होंने आज कहा कि पुलिस ने हमें महाबोधि मंदिर से 2 किलोमीटर की दूरी पर आंदोलन के लिए नई जगह दी है और उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस यह भ्रम फैला रही है कि आंदोलन खत्म हो चुका है जबकि आंदोलन खत्म नहीं हुआ आंदोलन लगातार जारी है। पुलिस एवं जिला प्रशासन के द्वारा आंदोलन के लिए जगह बोधगया मंदिर से 2 किलोमीटर की दूरी पर उपलब्ध कराई गई है नई जगह बोधगया प्रवेश द्वार पर दोमुहान में निश्चित की गई है।
आकाश लामा ने बताया कि बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षु इस नए आंदोलन स्थल पर इकट्ठे हो गए हैं और देश भर से हजारों बौद्ध भिक्षु जल्दी ही आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे हैं। दूसरी तरफ देश भर में व्यापक प्रदर्शन की शुरुआत हो चुकी है देश भर में लोग बोधगया टेंपल एक्ट 1949 को निरस्त कर मंदिर बौद्ध भिक्षुओं के हाथ में सौंपने की मांग कर रहे हैं। बोधगया महाविहार की मुक्ति के लिए देशभर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे डॉ विलास खरात महाराष्ट्र में आंदोलन के लिए समर्थन जुटा रहे हैं इसके तहत मुंबई से लेकर नागपुर तक उनकी सभाएं हो रही हैं और हजारों लोग उनकी सभाओं में शामिल हो रहे हैं और बोधगया मुक्ति आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं।
पूरे देश में पुलिस प्रशासन की निंदा हो रही है। देश भर के सभी बहुजन लोग और बड़े-बड़े नेता आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं और बौद्ध विहार बौद्धों को सौंपने की वकालत कर रहे हैं।
देश भर से लोग आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे हैं और आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। नए आंदोलन स्थल पर बैठे बौद्ध भिक्षुओं ने लोगों से आवाहन किया की बड़ी संख्या में लोगों को आंदोलन स्थल पर पहुंचना चाहिए और बहुजनों की विरासत की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए।
~Indus News TV Desk के लिए *संतोष शाक्य* की रिपोर्ट