बरेली। योगेश कुमार ने अनकहे लम्हे नाम से एक किताब लिखी है। गुरुवार को विश्वविख्यात शायर प्रो.वसीम बरेलवी ने अपने आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में योगेश कुमार की इस किताब का विमोचन अपने कर कमलों से किया। (Book Ankahe Lamhe Released)
ब्लू रोज़ पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित इस किताब के विमोचन समारोह में प्रो.वसीम बरेलवी ने मथुरा के बिसावली राया के मूल निवासी योगेश कुमार की सराहना करते हुए कहा कि ज़िला सत्र न्यायालय में कार्यरत होते हुए भी उन्होंने साहित्य के लिए समय निकाल अपने शब्दों से ग़ज़लों व नज़्मों को लिख अपना साहित्य प्रेम दर्शाया है। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ ।
योगेश कुमार पुत्र स्वर्गीय रमेश चंद्र शर्मा का जन्मस्थान बहेड़ी (बरेली) का है, उनका बचपन यहाँ बीता। उन्होंने शुरू से वसीम बरेलवी साहब को अपनी प्रेरणा मानते हुए लेखन की दुनिया में प्रवेश किया और अपने शब्दों को ग़ज़लों व नज़्मों के माध्यम से समाज के सामने प्रस्तुत करने का काम किया है। उनकी पुस्तक साहित्य से जुड़ाव रखने वालों के लिए बाज़ार में उपलब्ध है। इस दौरान ज़हीर अहमद सहित कई लोग उपस्थित रहे। (Book Ankahe Lamhe Released)
(यह कार्यक्रम आयोजकों द्वारा मीडिया को जारी की गई विज्ञप्ति है, जिसे जस का तब प्रकाशित किया गया है।)