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Wednesday, April 30, 2025
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किसान महापंचायत के इस ऐलान से सरकार में खलबली

ऐतिहासिक आंदोलन संचालित कर चुके संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर आंदोलन का ऐलान कर सरकार में खलबली मचा दी है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले किसानों का नया आंदोलन राजनीतिक समीकरणों को बदल सकता है। एमएसपी समेत कई मुद्​दों को लेकर किसानों की नाराजगी इस बार के आंदोलन की वजह बन रही है। (Due to this announcement)

इस सिलसिले में दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 20 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विशाल किसान महापंचायत का अयोजन किया गया, जिसमें देशभर से हजारों किसानों ने भाग लिया। किसान महापंचायत में 50 से अधिक वक्ताओं ने कृषि पर कॉर्पोरेट नियंत्रण और केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध जारी रखने का आह्वान किया। साथ ही यह घोषणा की गई कि किसानों को लामबंद करने के लिए एसकेएम जल्द ही राज्य सम्मेलन और यात्राएं आयोजित करेगा। (Due to this announcement)


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इस दरम्यान एसकेएम के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने कृषि भवन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री से मुलाकात की और उन्हें दो ज्ञापन सौंपे । एसकेएम और कृषि मंत्री के बीच चर्चा हुई, जिस पर सरकार ने किसानों के लंबित और ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए एसकेएम के साथ निरंतर आधार पर बातचीत करने पर सहमति जताई। (Due to this announcement)

एसकेएम ने कृषि मंत्री को सूचित किया कि यदि समयबद्ध तरीके से मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो एसकेएम आगे विरोध प्रदर्शन और आंदोलन की घोषणा करेगा। प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय किसान सभा से आर. वेंकैया, किसान संघर्ष समिति से डॉ. सुनीलम, अखिल भारतीय किसान महासभा से प्रेम सिंह गहलावत, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा से वी वेंकटरमैया, भारतीय किसान मजदूर यूनियन से सुरेश कोठ, भारतीय किसान यूनियन से युद्धवीर सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा से हन्नान मोल्लाह, भारतीय किसान यूनियन (दकुंडा) से बूटा सिंह बुर्जगिल, भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) से जोगिंदर सिंह उगराहां, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन से सत्यवान, जय किसान आंदोलन से अविक साहा, क्रांतिकारी किसान यूनियन से दर्शन पाल, भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) से मंजीत राय, भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) से हरिंदर लाखोवाल और इंडियन फार्मर्स एसोसिएशन से सतनाम सिंह बहरू मौजूद रहे। (Due to this announcement)

(स्रोत : संयुक्त किसान मोर्चा के मीडिया सेल से जारी प्रेसनोट)


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