पाकिस्तान के सिंध में रहने वाले फकीरो सोलंकी मूर्तिकला के माहिर हैं। कला को उन्होंने पुश्तैनी होने के नाते ही नहीं अपनाया, बल्कि उनके जीवन की खुशी और जीने का जरिया भी यही है। अपनी कला के दम पर उन्होंने नाम और पैसा दोनों कमाया है और इसी को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके दादा कभी काम धंधे के लिए गुजरात से सिंध में बसे थे। (Fakirs Making Idols Pakistan)
भारत के विभाजन के बाद भी वह वहीं रहे। फकीरों अपने रिश्तेदारों से मिलने कभीकभार भारत आए हैं, लेकिन उनका इरादा भारत में बसने का नहीं है। इंडस न्यूज ने उनसे बात की, जिसके आधार पर उनका सफरनामा इस वीडियो में दर्ज किया गया। आप भी देखिए मूर्ति कलाकार का दिलचस्प सफर- (Fakirs Making Idols Pakistan)