झारखण्ड का गुमनाम जलियांवाला बाग: डोम्बारी बुरू
जलियांवाला बाग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से देश-दुनिया परिचित है। स्कूलों के पाठ्यक्रम में भी यह शामिल है। लेकिन हमें डोंबारी बुरू की याद नहीं है। क्योंकि इस पहाड़ का वृत्तांत न इतिहास में दर्ज है न पाठ्यक्रमों में। पर लोगों के दिलोदिमाग में यह घटना आज भी दर्ज है। जालियाँवाला बाग की घटना के बीस साल पहले झारखंड के खूँटी जिले में अंग्रेजों ने 9 जनवरी, 1899 को हजारों मुंडाओं का बेरहमी से नरसंहार कर दिया था। इसमें महिलाएँ और बच्चे काफी संख्या में थे। (Jharkhand’s Jallianwala Bagh Dombari Buru)
- झारखंड के खूँटी जिले में अंग्रेजों ने किया था सैकड़ों आदिवासियों का नरसंहार
- अंग्रेजों ने 9 जनवरी, 1899 को हजारों मुंडाओं की सभा में बरसाई थी गोलियां
- नरसंहार से डोंबारी पहाड़ी रंग गई थी खून से

आजादी के आंदोलन में वर्तमान के झारखंड में भी जालियांबाला बाग जैसी घटना घट चुकी है। जालियांबाला बाग की घटना से 20 वर्ष पूर्व घटी घटना में सैकड़ों आदिवासियों को अंग्रेज सिपाहियों ने चारों ओर से घेरकर भून दिया था।