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Thursday, May 1, 2025
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मौर्यकालीन ईंटें है सबूत, सम्राट अशोक ने बनवाया था बौद्ध स्तूप

 

भागलपुर में खनन विभाग के अधिकारियों की करतूत देखिए (Maurya period bricks evidence)

जिसकी कलम से स्याही नहीं ,निकला बारूद और विस्फोट

2500 साल पुरानी उस पहाड़ी को तुड़वा दिया जहां भगवान बुद्ध की अस्थि

मौर्यकालीन ईंटें है सबूत, सम्राट अशोक ने बनवाया था बौद्ध स्तूप

शाहकुंड में आर्टिकल 19 का खुलेआम उल्लंघन (Maurya period bricks evidence)

भारत का संविधान अनुच्छेद 49 राष्ट्रीय महत्व के संस्मारकों, स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण करता है। संसद द्वारा बनाई गई विधि द्वारा या उसके अधीन राष्ट्रीय महत्व वाले घोषित किए गए कलात्मक या ऐतिहासिक अभिरुंचि वाले प्रत्येक संस्मारक या स्थान या वस्तु का, यथास्थिति, लुंठन, विरूंपण, विनाश, अपसारण, व्ययन या निर्यात से संरक्षण करना राज्य की बाध्यता होगी। लेकिन बिहार के भागलपुर जिले के ऐतिहासिक विरासत वाले कस्बाई इलाका शाहकुंड में अनुच्छेद 49 का खुलेआम उल्लंघन हुआ। (Maurya period bricks evidence)

खनन विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदार और माफियाओं के साथ मिलकर शाहकुंड के उस जगरिया पहाड़ को तोड़ने का आदेश दे दिया।जिस पहाड़ की चोटी पर लगभग 2500 साल पुराना बौद्ध स्तूप है । इस स्तूप का निर्माण सम्राट अशोक ने कराया था। इस बौद्ध स्तूप में तथागत बुद्ध की अस्थि है। यह देश और दुनिया के उन 84 हजार महत्वपूर्ण स्तूप में एक है जिसका निर्माण मौर्य काल में हुआ था। (Maurya period bricks evidence)

 

इस ऐतिहासिक विरासत को ब्यूरोक्रेट ने तोड़ने का हुक्म कैसे दे दिया। खनन रोकने का आदेश तो बाद में आया। लेकिन पहले यह सरकारी आदेश से टूटा है। यह तो गंभीर अपराध को श्रेणी में आता है। जब खनन के काम को रोकने का आदेश दिया गया तो राजबीर कंस्ट्रक्शन उसे अवैध तरीके से तोड़ने में दिन रात लगा रहा। जिसपर शाहकुंड थाने में एफआईआर भी दर्ज हुआ। (Maurya period bricks evidence)

लेकिन सवाल यह है कि शाहकुंड की पहाड़ी पर जो बौद्ध विरासत को नुकसान पहुंचाया गया उसकी खानापूर्ति कैसे होगी? कौन था खनन विभाग का वो अधिकारी के जिसने अपनी कलम से बारूद की स्याही उगली।। जिसके विस्फोट से देश की प्राचीन विरासत तबाह हो गई। (Maurya period bricks evidence)

भारत की प्राचीन विरासत और तथागत बुद्ध में श्रद्धा रखने वाले तमाम बुद्धिजीवियों के सामने यह अब चुनौती है की उस दोषी अधिकारियों के खिलाफ संवैधानिक करवाई के लिए आगे आएं।। बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा लिखित संविधान का एमआर्टिकल 49 आपके साथ है। (Maurya period bricks evidence)


यह भी पढ़ें: शाहकुंड में मिला दुर्लभ मौर्यकालीन मृदुभांड का टुकड़ा


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