उत्तरप्रदेश के जिला बिजनौर के विकासखंड जलीलपुर के शिक्षामित्र कौशल सिंह ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे प्रदेश के शिक्षामित्र गम और गुस्से से उबल पड़े हैं। शिक्षामित्रों ने अपने-अपने तरीके से गुस्से का इजहार कर सरकार को चेताते हुए मांगों का ज्ञापन दिया और मृतक शिक्षामित्र को श्रृद्धांजलि दी। बिजनौर के शिक्षामित्र शिक्षक संघ ने प्रदर्शन कर सरकार को ज्ञापन भेजा। उनका आरोप है कि शिक्षामित्र ने प्रदेश सरकार की नीतियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। यह आरोप सुसाइड नोट के आधार पर लगाया जा रहा है। (Shikshamitra Committed Suicide)
शिक्षामित्र कौशल सिंह की आत्महत्या की खबर पूरे प्रदेश में आग की तरह फैल गई और इसको लेकर शिक्षामित्र खासे गुस्से में नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार की नीतियों के चलते हजारों शिक्षामित्र अब तक काल के गाल में समा चुके हैं।
ऐसी संख्या सात हजार से ज्यादा होने का दावा किया जाता है। इसी सूची में कौशल सिंह का भी नाम जुड़ने से कई शिक्षामित्र अवसाद से घिर गए हैं।
यूपी के बिजनौर जिले से कौशल कुमार चौहान ने आज 11बजे ट्रेन के आगे कूदकर जीवन लीला समाप्त कर ली है सुसाइड नोट में जो लिखा हुआ है। उसको देखें
इसके परिवार की जिम्मेदारी कौन लेगा।@PMOIndia @CMOfficeUP @yadavakhilesh @kayal_nawal @priyankagandhi @Aamitabh2 @BBC_WorId pic.twitter.com/AlN7wKLMrQ— Tribhuan Singh (@TRIBHUW51153706) September 9, 2022
कौशल सिंह की मौत ने सियासी गलियारे में भी हलचल पैदा कर दी है। कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने ट्वीट कर इस मामले पर शोक संवेदना व्यक्त कर सरकार से न्याय की अपील की है। (Shikshamitra Committed Suicide)
#दुखद_खबर
शिक्षामित्र #कौशल_कुमार_चौहान बिजनौर ने
ट्रेन के आगे कूदकर के आत्महत्या कर ली।
पटरियों पर पड़ा सुसाइड नोट भी मिला है,जिसमें आर्थिक तंगी का हवाला दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में न्याय की आस में मरता यूपी का शिक्षामित्र।
योगी जी कौशल के बच्चे आपकी सरकार को धिक्कार रहे। pic.twitter.com/Ql2imup4GF— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 9, 2022
इसी सिलसिले में आज नौ सितंबर को शाम चार बजे शिक्षामित्र शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षामित्र बिजनौर कलेक्ट्रेट पर जुटे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम के माध्यम से भेजा, ज्ञापन एडीएम विनय कुमार सिंह ने रिसीव किया।
ज्ञापन में शिक्षामित्र कौशल सिंह के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने, शिक्षामित्र कौशल कुमार सिंह की पत्नी को उनके स्थान पर नौकरी देने, प्रदेश के शिक्षामित्रों की आर्थिक एवं मानसिक स्थिति को देखते हुए स्थाई समाधान करने की मांग की गई है। (Shikshamitra Committed Suicide)
इस मौके पर संघ के प्रदेश उप महामंत्री सुचित मलिक, संजीव चौधरी, अनिल कुमार, दीपक राजपूत, बृजपाल सिंह, अरशद, प्रतीक्षा, रूमा वंदना शर्मा, सुनीता देवी, अनीता शर्मा, देवेन्द्र सिंह, रीता पूनम देवी, चन्द्रेश, नरेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में शिक्षामित्र मौजूद रहे।