रांची। झारखण्ड में उठा सियासी तूफ़ान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान के बाद फिलहाल शांत हो गया। इस निःशब्द शांति के साथ ही मुख्यमंत्री आवास में देर शाम तक चल रही बैठक भी ख़त्म हो गयी। मुख्यमंत्री इस बैठक के बाद पूरे आत्मविश्वाश में दिखे और ईडी और केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। मुख्यमंत्री ने बैठक शुरू होते ही कहा, ‘इस्तीफ़ा नहीं देंगे’ और बैठक ख़त्म होते ही कहा कि ‘अगर ईडी के पास राजनैतिक संरक्षण है तो मेरे पास बाबा साहब आंबेडकर का दिया संवैधानिक ब्रह्मास्त्र है’। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं आदिवासी हूं, मेरे पास दिशोम गुरू शिबू सोरेन और जनता का आशीर्वाद है’। मरते दम तक लड़ेंगें और मरते दम तक घुटने नहीं टेकेंगे’। (Chief Minister Hemant Soren)
हेमंत सोरेन बोले
– ईडी के पास राजनैतिक संरक्षण तो मेरे पास बाबा साहब आंबेडकर का दिया संवैधानिक ब्रह्मास्त्र
– आदिवासी हूं मेरे पास दिशोम गुरू और जनता का आशीर्वाद, मरते दम तक लड़ेंगे, घुटने नहीं टेकेंगे
सीएम हेमंत ने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं। चाहे मेरी अरेस्टिंग भी हो जाए तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगा। हम लड़ेगे। उन्होंने अपने विधायकों को आश्वस्त किया है वह विधायक दल के नेता बने रहेंगे। इस बैठक में महागठबंधन के मौजूद नेताओं ने मुख्यमंत्री के प्रति अपनी आस्था जताई और कहा कि सड़क से लेकर संसद तक तो मुख्यमंत्री के साथ है ,वे ईंट से ईंट बजा देंगें अगर मुख्यमंत्री का बाल भी बांका हुआ।
इसी बैठक में विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा देश में संविधान का राज है , जनता सब देख रही है । किस तरह से ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का दुरूपयोग पूरे देश में किया जा रहा है वह खुल कर सामने आ गया है , केंद्र सरकार सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग खुल का कर रही है, जनता का भी अब धैर्य जबाब देने लगा है।
बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति पारिवारिक आस्था जाहिर कर सीता सोरेन ने कहा कि यह पारिवारिक मसला नहीं ,राज्य हित का मसला है ,वह उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ईडी का खेल ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा। (Chief Minister Hemant Soren)
बैठक में झारखंड की राजधानी रांची, साहिबगंज और हजारीबाग के कई ठिकानों समेत पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान तक में हुई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी की भी चर्चा छाई रही। कुछ बातें खुल का सामने नहीं आई हैं। लेकिन बैठक में मौजूद सूत्र बताते हैं कि सरकार आने वाले दिन में चेन्नई की तर्ज पर कुछ नयी पॉलिसी पर काम करने जा रही है। जिसे गोपनीय रखने का आग्रह किया गया है।
इसके बाद इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इनक्लूसिव अलायंस के विधायकों की बैठक से निकलने के बाद कांग्रेस के नेता प्रदीप यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज की बैठक में 43 विधायक शामिल हुए। इस बैठक में जो बात निकलकर आई, वो यह कि हेमंत सोरेन आज हमारे मुख्यमंत्री हैं और कल भी हमारे मुख्यमंत्री रहेंगे। (Chief Minister Hemant Soren)
वहीं, जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने कहा- प्रिकॉशन इज बेटर दैन क्योर, झारखंड विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले डॉ सरफराज अहमद भी विधायकों की इस बैठक में शामिल हुए। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी को जरूरत थी, इसलिए उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया।यह पूछे जाने पर कि उनके इस्तीफे को सरकार के प्लान बी के तौर पर देखा जा रहा है, उन्होंने कहा कि आप इसे कुछ भी समझ सकते हैं. मैंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया। जब जरूरत पड़ेगी, पार्टी इसका इस्तेमाल कर सकती है।
यह पूछे जाने पर कि इस्तीफा देने के बाद वह विधायक नहीं रहे ,फिर विधायक दल की बैठक में कैसे शामिल हुए, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता डॉ सरफराज अहमद ने कहा- मुझे बैठक में बुलाया गया था. इसलिए में बैठक में शामिल हुआ। (Chief Minister Hemant Soren)
गाडेय के पूर्व विधायक से जब पूछा गया कि झारखंड विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद भी आप मुस्कुरा रहे हैं, तो उन्होंने कहा- मेरा लंबा राजनीतिक इतिहास रहा है। में लंबे समय तक विधायक रहा हूं। इस्तीफे की वजह से मुझे कोई परेशानी नहीं है। मैं हमेशा खुश रहता हूं। इसलिए आज भी मुस्कुरा रहा हूँ।
बैठक खत्म होने के बाद बाहर निकले मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि तू डाल डाल तो हम पात पात। हमारी सरकार कार्यकाल पूरा करेगी।2025 में भी हम सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में विधायकों ने मिठाई खायी। विकास योजनाओं को जमीन पर मजबूती से उतारने पर चर्चा हुई। किसी भी परिस्थिति का मजबूती से मुकाबला किया जाएगा।
विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं हो रहा है। जो कुछ भी चल रहा है सब गोदी और मोदी मीडिया का अफवाह है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री आवास पर सत्ताधारी दलों के विधायक दल की बैठक के शुरू होने से पहले ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने विधायकों को यह साफ-साफ कह दिया था कि सोशल मीडिया और अखबारों की खबरों पर ध्यान न दें। मैं किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं।
बैठक में कुल 43 विधायक शामिल
जानकारी के अनुसार इस बैठक में कुल 43 विधायक शामिल हुए , जिसमें स्टीफन मरांडी, जोबा मांझी, दीपक बिरूआ, बेबी देवी, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, भूषण बाड़ा, समीर मोहंती, राजेश कच्छप, अनूप सिंह, मंत्री रामेश्वर उरांव, डॉ. इरफान अंसारी, प्रदीप यादव, मंत्री बादल पत्रलेख से अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे चुके सरफराज अहमद भी सीएम आवास पहुंचे। (Chief Minister Hemant Soren)
वहीं झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम और चमरा लिंडा बैठक में नहीं पहुंचे । दो महिला विधायक दीपिका पांडेय और पूर्णिमा नीरज सिंह के अनुपस्थिति रही। . दीपिका पांडेय के पिता का निधन हो गया है। वहीं पूर्णिमा नीरज सिंह आउट ऑफ स्टेशन हैं। दोनों ने लिखित में यह जानकारी भी दी है। मंगलवार को झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने लेटर जारी कर गठबंधन दलों के सभी विधायकों से ससमय सीएम आवास में आयोजित बैठक में उपस्थित होने को कहा था।
यह भी पढ़ें:पत्नी को सीएम पद की कमान देने की अटकलों पर हेमंत सोरेन ने तोड़ी चुप्पी
यह भी पढ़ें:‘आदिवासी हूं तो मेरी छवि धूमिल करेंगे’: सीएम हेमंत सोरेन ने भेजा ईडी को जवाब