पटना, 23 जनवरी। राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वंचित समाज के लोग बार-बार ठगे जाते रहे है। वंचित समाज को आज भी अपने शिक्षा–स्वास्थ्य एवं रोजगार के लिए उसी तरह मोहताज रहना पड़ता है जिस तरह आज से कई दशक पहले की स्थिति थी। इस बीच कर्पूरी ठाकुर जी के नाम का सहारा लेकर 3 दशक तक दो सरकारों ने सत्ता संभाली। परन्तु सत्ता में आकर एक ने तो अपने परिवार के पुश्त दर पुश्त लोगों के लिए अकूत सम्पति बनाई तो दूसरे ने उनको फिर से समर्थन देकर कर्पूरी जी के सपनों को चकनाचूर कर दिया। कुशवाहा आज पटना के श्री कृष्ण स्मारक भवन सभागार में राष्ट्रीय लोक जनता दल द्वारा आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे। (Upendra Kushwaha targeted Lalu Nitish)
उन्होंने कहा कर्पूरी जी को अपने जीवनकाल में दो तरह की ताकतों से मुकाबला करना पड़ा। एक जो प्रत्यक्ष रूप से उनके विरोधी थे, उनसे हर दिन लड़ना पड़ता था। तो दूसरी एक अप्रत्यक्ष ताकत जो उनकी जमात के अन्दर ही थी कर्पूरी जी के खिलाफ हर वक्त साजिश रचती रही। उस जमात के अन्दर लालू प्रसाद जैसे लोगों ने तो कर्पूरी जी के खिलाफ ऐसी साजिश रची कि उन्हें अपने जन्म एवं कर्मभूमि समस्तीपुर को छोड़कर सीतामढ़ी से चुनाव लड़ना पड़ा। लालू प्रसाद एवं नीतीश कुमार से धोखा खाने के बाद कर्पूरी ठाकुर के विचारों में आस्था रखने वाले लोगों के बीच ईमानदारी से उनकी लड़ाई लड़ने वाला कोई भी राजनैतिक दल नहीं रहा। ऐसी परिस्थिति में राष्ट्रीय लोक जनता दल का निर्माण हुआ एवं हमने यह सकल्प लिया है कि कर्पूरी जी के इन अधूरे सपनों को पूरा करने में राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रत्येक कार्यकर्त्ता को हर कुर्बानी के लिए तैयार रहना होगा। राज्य के स्तर पर शिक्षा– स्वास्थ्य एवं रोजगार एवं राष्ट्रीय स्तर पर न्यायपालिका में काँलेजियम सिस्टम को समाप्त करने के लिए हमें सशक्त अभियान चलाना होगा। (Upendra Kushwaha targeted Lalu Nitish)
उपेंद्र कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं को आह्वान किया कि कर्पूरी जी के सपनों को यदि जमीन पर साकार करना है तो आगामी लोक सभा चुनाव में श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बिहार के सभी 40 लोक सभा सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करने में लग जाए। 2025 में इस बार बिहार में भी एनडीए की सरकार बननी तय है। जो कर्पूरी जी के आदर्शो पर चलकर वंचित समाज का कल्याण करेगी यह मैं आश्वस्त करना चाहता हूँ। इस कड़ाके की ठण्ड में पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश देखने को बन रहा था। हाथी घोड़ा एवं गाजा बाजा के साथ रालोजद कार्यकर्ता कृष्ण मेमोरियल पहुंचे। कार्यकर्ताओं की उपस्थिति के सामने श्री कृष्ण स्मारक भवन परिसर छोटा पड़ गया।
जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि अति पिछड़ों के साथ अन्याय हो रहा है। अति पिछड़ों के कोटा में अनावश्यक वर्गों को शामिल किया गया है। बिहार की तर्ज पर राष्ट्रीय स्तर पर भी अति पिछड़ों का कोटा निर्धारित होनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन पार्टी के प्रदेश महासचिव सुभाष चन्द्रवंशी ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करने वालो में पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद, पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री डा. मोनाजीर हसन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक डा. रणविजय सिंह, जीतेन्द्र नाथ पटेल, राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता ई. शम्भूनाथ सिन्हा, रेखा गुप्ता, बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष मदन चौधरी, मुख्यालय प्रभारी प्रशांत पंकज, प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता राम पुकार सिन्हा, ब्रजेन्द्र पप्पू, युवा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु पटेल, अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष कुशवाहा, प्रदेश महासचिव चन्दन बागची, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गुप्ता, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक राम, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर धर्मेन्द्र सिंह समेत राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शंकर झा आजाद, अखिलेश प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय महासचिव बैधनाथ मेहता, फजल इमाम मल्लिक, छात्र प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विराट कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष डा. जंग बहादुर सिंह, अंगद कुशवाहा, ई. अजय कुशवाहा, प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता राहुल कुमार, ई. हेमंत कुमार, नितिन भारती, संजय मेहता, बसंत चौधरी पटेल, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष ई. स्मृति कुमुद, व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनंत गुप्ता, आई. टी. सेल के प्रदेश अध्यक्ष रोशन राजा, संतोष गोंड, डॉ. दीपक कुमार, सफ़दर इमाम, मो. साद हुसैन, सुमन सिंह, संजीव राम, रोहतास जिला अध्यक्ष कपिल कुमार, औरंगाबाद जिला अध्यक्ष अशोक मेहता, पटना महानगर अध्यक्ष मो. खुर्शीद अहमद, ग्रामीण पटना अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा, पूर्वी चम्पारण जिला अध्यक्ष ई. रमेश पासवान, समस्तीपुर जिला अध्यक्ष विनोद चौधरी निषाद, सुकुल राम, दीनानाथ ठाकुर हजारो शामिल थे (Upendra Kushwaha targeted Lalu Nitish)