नवरात्र से एक दिन पहले आखिर अंकिता भंडारी के शव का दाह संस्कार कर दिया गया. इससे पहले 24 तारीख़ को अंकिता का शव चीला नहर से बरामद हुआ था जिसे पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया गया. उत्तराखण्ड में सूर्यास्त के बाद शवदाह करने की परम्परा नहीं है, इसलिए उस रात शव श्रीनगर के बेस अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया. 25 तारीख़ को दिन भर अंकिता की बर्बर हत्या से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने बाजार बंद रखा, चक्का जाम किया. परिजन भी सारा दिन अंकिता की पूरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी करने के बाद ही दाह संस्कार की मांग पर अड़े हुए थे. (Ankita Bhandari case)
मृतक के भाई और पिता मेरे साथ थे और उन्होंने शव की शिनाख्त की है। बैराज में मिला शव अंकिता भंडारी का है: शेखर सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक, ऋषिकेश, उत्तराखंड pic.twitter.com/SEEF9GEkwP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2022
सारा दिन पुलिस के आला अधिकारी परिजनों को मानने में जुटे रहे. डीजीपी समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं ने अंकिता के पिता को फोन किये लेकिन वे नहीं माने. दरअसल शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या से पहले अंकिता की बुरी तरह पिटाई किये जाने की बात सामने आई थी.
अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले की जांच के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एक SIT का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के आदेश दे दिए हैं: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/qZ43e4E8Je
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2022
यहां तक कि इस पिटाई से उसका एक दांत तक टूटा हुआ था. 25 तारीख़ की शाम जब मुख्यमंत्री ने अंकिता के पिता को दाह संस्कार के लिए मना लिया तब भी स्थानीय लोग इसके लिए तैयार नहीं थे. आखिर अंकिता के पिता को सारा दिन भूखे-प्यासे हाइवे पर डटे लोगों से अपील करनी पड़ी. उसके बाद देर शाम अंकिता का क्रियाकर्म किया जा सका.(Ankita Bhandari case)
अंकिता अकेली नहीं
पौड़ी गढ़वाल के डोम श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी ने 12वीं की परीक्षा 88 प्रतिशत अंकों के साथ पास की. लेकिन मजबूरियां उन्हें घर से लगभग 130 किमी दूर ऋषिकेश के पास यमकेश्वर ब्लॉक में मौजूद वंतरा रिज़ॉर्ट ले आयीं.
#WATCH | Rishikesh, Uttarakhand: Women gherao the Police vehicle that was carrying the accused in Ankita Bhandari murder case
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 23, 2022
The 19-yr-old receptionist went missing a few days ago & her body was found today. 3 accused, incl Pulkit -owner of the resort where she worked- arrested pic.twitter.com/v3IK8zE1xI
उत्तराखण्ड के ढेरों ग्रामीण युवक-युवतियों के परिवारों की गरीबी उन्हें पढ़ाई छोड़ने को विवश कर नौकरी करने को धकेल देती है. 19 साल की अंकिता इन्हीं में से एक थीं. जिन्हें मात्र दस हजार रुपयों की नौकरी के लिए अपना घर छोड़कर अनजान शहर में अजनबियों के बीच आना पड़ा. पढ़ाई-लिखाई और दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करने की उम्र में अंकिता घर की जिम्मेदारियों का जुआ कंधे पर रखकर ऋषिकेश आ पहुंची.
यह रिज़ॉर्ट भाजपा नेता और पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का है. पुलकित के भाई अंकित आर्य भी उत्तराखंड में अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष थे, जिन्हें इस हत्याकांड के बाद पद से हटा दिया गया. यह रिज़ॉर्ट भी उत्तराखण्ड में कुकुरमुत्तों की तरह फैले अय्याशी के अड्डों में से एक था जहां 28 अगस्त को अंकिता ने रिसेप्सिनिस्ट के तौर पर ज्वाइन किया.(Ankita Bhandari case)
Uttarakhand | Last rites of Ankita Bhandari being performed at NIT ghat in Srinagar, Pauri Garwhal
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 25, 2022
She was allegedly murdered in Rishikesh by now expelled BJP leader Vinod Arya's son Pulkit Arya who was arrested yesterday pic.twitter.com/uaJcBs1pKL
दरअसल इस रिज़ॉर्ट का उद्देश्य भी कारोबार करना नहीं बल्कि उन अय्याशों को विशेष सेवाएँ उपलब्ध कराकर ऑब्लाइज करना था जिन्हें ये गेस्ट कहा करते हैं. इनमें उत्तराखण्ड के शासन-प्रशासन के महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग भी हुआ करते हैं.
पर्यटन के नाम पर अय्याशी के अड्डे
शुरुआत में पुलकित आर्य समेत रिज़ॉर्ट के सभी कर्मचारियों का अंकिता के लिए व्यवहार अच्छा रहा. जल्द ही अंकिता पर यहां आने वाले अय्याशों की ज्यादतियां बर्दाश्त करने के साथ ही ‘विशेष सेवा’ के नाम पर वेश्यावृत्ति करने का दबाव बनाया जाने लगा. अंकिता ने इसका विरोध किया और इस बारे में अपने दोस्तों को जानकारी भी दी. इसी क्रम में 18 सितम्बर की शाम अंकिता को बहला-फुसलाकर रिज़ॉर्ट मालिक पुलकित ऋषिकेश की तरफ ले गया. अंकिता और पुलकित के साथ रिज़ॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और एक अन्य कर्मी अंकित भी था.
आधे से ज्यादा उत्तराखण्ड को नहीं है बुनियादी नागरिक सुरक्षा
19 सितम्बर की सुबह पुलकित आर्य ने खुद पटवारी को यह सूचना दी कि अंकिता भंडारी अपने कमरे में नहीं है. यहां यह जानना जरूरी है कि उत्तराखण्ड के 60 फीसदी पर्वतीय क्षेत्र को रेग्युलर पुलिस सेवा का लाभ नहीं मिलता. यह इलाका राजस्य पुलिस की देखरेख में है.(Ankita Bhandari case)
अंकिता भंडारी हत्याकांड के मद्देनजर भाजपा ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है। pic.twitter.com/qIG6RwREDs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2022
जहां पटवारी और कानूनगो संगीन अपराधों तक की जांच किया करते हैं. यहां न डायल 100 है, न चौकी, न थाना. 2018 में उच्च न्यायालय ने आदेश भी दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों में रेगुलर पुलिस बहाल की जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. खैर, एक पटवारी की उस रसूखदार भाजपा नेता के सामने क्या बिसात जिसके रिज़ॉर्ट में मंत्रियों तक का आना जाना हो समझना आसान है.
सोशल मीडिया ना होती तो क्या अंकिता को मिलता इंसाफ
20 तारीख़ को अंकिता के पिता ने पटवारी के पास गुमशुदगी दर्ज करानी चाही लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सोशल मीडिया और ‘छोटे-मोटे’ वेब पोर्टलों में अंकिता के गायब होने का मसला जोर पकड़ता गया. पूरे सोशल मीडिया में ‘जस्टिस फॉर अंकिता’ ट्रेंड करने लगा. इसी दबाव में आखिर 22 तारीख़ को मामले की जांच रेगुलर पुलिस को सौंपनी पड़ी. 23 तारीख को पुलिस ने खुलासा किया कि पुलकित आर्य, रिज़ॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित ने 18 सितम्बर की रात अंकिता की हत्या कर दी. अपनी पहली तनख्वाह से चंद खुशियाँ बटोरकर अपने परिवार की झोली में डाल सकने से पहले ही उसका जीवन समाप्त कर दिया गया. (Ankita Bhandari case)
वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेले जाने का विरोध किया तो छीन ली गयीं साँसे
उस शाम ये तीनों नाराज अंकिता को घुमाने-मनाने के बहाने ऋषिकेश की तरफ ले गए. वापसी में चीला नहर के पास तीनों ने शराब पी और रिज़ॉर्ट के ‘मेहमानों’ को विशेष सेवाएँ देने को लेकर, यहां भी अंकिता और पुलकित की बहस हुई और उसे बुरी तरह पीटने के बाद नहर में धक्का दे दिया गया. इस समय तक अंकिता इस रैकेट से निकलने के लिए छटपटा रही थी. मरने से पहले उसने इस बारे में अपने एक दोस्त से फोन पर लम्बी बात भी की और वाट्सएप चैट भी.
23 तारीख को ही पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. न्यायिक अभिरक्षा में ले जाए जाने के दौरान स्थानीय महिलाओं ने पुलिस वैन का घेराव किया. गाड़ी में बैठे तीनों आरोपियों की आक्रोशित महिलाओं ने पिटाई की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए. यह आक्रोश ऋषिकेश में ही नहीं पूरे उत्तराखण्ड में दिखाई दिया.
प्रदेश में जहाँ-कहीं भी राजस्व पुलिस की व्यवस्था चली आ रही है, उन्हें तत्काल समाप्त कर सामान्य पुलिस बल के थाने / चौकी स्थापित करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी को पत्र लिखकर शीघ्र इस विषय पर आदेश जारी करने का आग्रह किया| pic.twitter.com/qjH57nDVux
— Ritu Khanduri Bhushan (@RituKhanduriBJP) September 24, 2022
23 तारीख़ की रात रिज़ॉर्ट में बुलडोजर फेरने के बाद मुख्यमंत्री और पुलिस ने ट्विट कर अपनी पीठ थपथपाई. लेकिन जल्द ही यह आरोप लगने लगे कि ऐसा साक्ष्य नष्ट करने के लिए किया गया है, तो प्रशासन कहने लगा कि रिज़ॉर्ट में बुलडोजर किसने चलाया इसकी हमें जानकारी नहीं है और इस मामले में जिलाधिकारी ने जांच बैठा दी. यहां गौरतलब है कि बुलडोजर चलाये जाने के दौरान स्थानीय भाजपा विधायक रेनू बिष्ट मौजूद थीं.
जनाक्रोश से बच न सके ‘जनप्रतिनिधि’
24 तारीख़ को अंकिता का शव आरोपियों द्वारा बतायी गयी वारदात की जगह पर नहर में मिला, जिसे ढूँढने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी. अंकिता का शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो पोस्टमार्टम हाउस के इर्द-गिर्द भारी भीड़ जमा हो गयी. लोगों ने राज्य महिला की अध्यक्ष को वहां से खदेड़ दिया. विधायक के खिलाफ नारेबाजी की और उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. इसी दिन लोगों ने रिज़ॉर्ट में आग भी लगा दी.
अंकित आर्य के पिता और भाई को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया. अंकित आर्य को उत्तराखंड में अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया. उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्र की शांत वादियों में पसरे रिज़ॉर्टस के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया गया, कुछ पर कार्रवाई भी हुई. विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पर्वतीय क्षेत्रों में रेग्युलर पुलिस बहाल करने के आशय का पत्र भी लिखा. मामले की जांच के लिए उप महानिरीक्षक रेणुका देवी के नेतृत्व में स्पेशल जांच टीम का गठन किया गया. मुक़दमे को फास्ट ट्रैक पर ले जाने की घोषणा की गयी.
Uttarakhand: Massive protest erupts outside mortuary in Srinagar, Pauri Garwhal dist, where Ankita Bhandari's father arrived to take her body for last rites
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 25, 2022
She was allegedly murdered in Rishikesh by now expelled BJP leader Vinod Arya's son Pulkit Arya who was arrested yesterday pic.twitter.com/kqyopLrI6l
तमाम टोने-टोटकों के बावजूद लोगों का आक्रोश थामा नहीं जा सका. प्रदेश में जगह-जगह धरना प्रदर्शन हुए. कल देर शाम अंकिता का दाह संस्कार कराने में तो शासन कामयाब रहा. लेकिन इस हत्याकांड के बाद सुलगते सवालों को क्या ठंडा किया का सकेगा? (Ankita Bhandari case)
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