अंजली 3 अगस्त को घर से निकली. देर रात तक भी जब वह वापस नहीं लौटी तो परेशान परिजनों ने पहले नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों के वहां उसे तलाशने की कोशिश की और फिर अनहोनी की आशंका से कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई. नैनीताल जिले के लालकुआं क़स्बे में मोटाहल्दू, खड़कपुर निवासी अंजली आर्य की माँ मालती देवी ने लालकुआं पुलिस को अपनी बेटी 3 अगस्त की शाम घर से निकलकर लापता हो जाने की जानकारी दी. (Facebook Friendship Love Murder)
4 अगस्त को लालकुआं पुलिस ने तहरीर के आधार पर गुमशुदगी दर्ज की. लापता अंजली के 15 दिन बाद भी वापस न आने के बाद नियमानुसार पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत कर मामले की विवेचना उपनिरीक्षक कृपाल सिंह को सौंप दी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए क्षेत्राधिकारी लालकुआं अभिनय चौधरी को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए. गुमशुदा अंजली आर्य की तलाश के लिए तीन टीमें गठित कीं. सभी टीमें अलग-अलग राज्यों में अंजली की तलाश को रवाना हो गयीं.
जांच के दौरान मिले साक्ष्यों से इस मामले में यामीन और सचिन सक्सेना उर्फ छोटू के शामिल होने के सूत्र पाए गए. पुलिस की जांच में युवती की मां के मोबाइल नंबर से यामीन के नंबर पर बात होने के साक्ष्य मिले. इन दोनों को पूछताछ के लिए थाना पुलभट्टा लाया गया. पहले दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और जब दोनों संदिग्ध टूटे तो दिल दहला देने वाली कहानी निकलकर सामने आई.
अंजली से यामीन की दोस्ती फेसबुक के जरिये हुई और जल्द ही दोनों ने एकदूसरे से नंबर शेयर किये. वाट्सएप में चैटिंग का लम्बा सिलसिला चल निकला और दोनों अच्छे दोस्त बन गए. फिर दोनों मिलने भी लगे. वे अक्सर किच्छा आकर मिला करते थे. सम्बन्ध और अन्तरंग हुए तो अंजली यामीन पर शादी करने का दबाव बनाने लगी. लेकिन यामीन उससे शादी नहीं करना चाहता था. वह उससे किसी तरह पीछा छुड़ाने की फिराक में रहने लगा.
आखिर उसने एक प्लान बनाया. यामीन ने अंजली से 3 अगस्त को मय सामान के किच्छा आने के लिए कहा. उसने अंजली से कहा कि उसके बाद दोनों भागकर शादी कर लेंगे. अंजली किच्छा पहुंच गयी. वहां पहुंचकर उसने यामीन को फोन किया और यामीन अपने भाई की बुलेट लेकर अंजली के पास पहुंचा. उसने अपने मित्र सचिन को भी फोन कर किच्छा बुला लिया.
यामीन और सचिन सक्सेना अंजली को मोटर साइकिल में बैठाकर शक्ति फार्म रोड में वन विभाग की चौकी से आगे शहदोरा जंगल में की तरफ ले गए. किसी बहाने से सड़क से लगभग 500 मीटर अन्दर जंगल में जाकर एक नाले के किनारे यामीन ने धारदार चाकू से अंजली आर्या का गला दिया. हथियार मौके पर ही फेंकने के बाद दोनों मोटर साइकिल से बेगुल डैम पहुंचे. यहां यामीन ने अंजलि के खून में सने अपने कपड़े धोये. इसके बाद यामीन ने सचिन सक्सेना को छोड़ा और अपने घर चला गया.
दोनों की निशानदेही पर आज 27 अगस्त शहदोरा जंगल से गुमशुदा अंजली आर्या का शव और क़त्ल में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद कर लिया गया. दोनों आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत मामला पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया गया. (Facebook Friendship Love Murder)
पुलिस टीम में वरिष्ठ उप निरीक्षक बलवान कंबोज, उप निरीक्षक कृपाल सिंह, उप निरीक्षक त्रिभुवन सिंह, कॉन्स्टेबल आनंदपुरी, कॉन्स्टेबल किशोर रौतेला, कॉन्स्टेबल प्रदीप पिलखवाल, कॉन्स्टेबल अनिल शर्मा शामिल रहे.
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