ब्रिटेन पर 70 साल तक राज करने वाली महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का निधन हो गया है. महारानी ने 96 साल की उम्र में देर रात स्कॉटलैंड के बालमोरल में अंतिम सांस ली. (Queen Elizabeth II has died)
एलिज़ाबेथ द्वितीय का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन के मेयफेयर में हुआ था. उनका नाम एलिज़ाबेथ एलेक्सांड्रा मैरी विंडसर था.
उन्होंने अपने शासनकाल में ब्रिटेन के 15 प्रधानमंत्री देखे. इनमें 1874 में पैदा हुए विंस्टन चर्चिल पहले और लिज़ ट्रस
आख़िरी हैं जो चर्चिल के जन्म के 101 साल बाद 1975 में पैदा हुईं.
उनके निधन से ब्रिटेन शोकाकुल हो गया. देश-दुनिया से शोक संदेशों का तांता लगा हुआ है.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु पर ब्रिटिश राजा ने कहा – “यह मेरे और मेरे परिवार के सभी सदस्यों के लिए सबसे बड़े दुख का क्षण है.”
ब्रिटेन की नवनियुक्त प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस ने अपने संदेश में कहा – “हम सब लोग इस खबर से दुखी हैं जो हमने अभी बाल्मोरल महल से सुनी है। महारानी की मृत्यु देश और दुनिया के लिए बहुत बड़ा सदमा है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय वह पत्थर थीं जिस पर आज का ब्रिटेन का निर्माण हुआ है। उनके शासनकाल में हमारा देश विकसित और फला-फूला है.”
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा – “क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय एक सम्राट से अधिक थीं। उन्होंने एक युग को परिभाषित किया है.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताते हुए कहा कि “एक युग बीत चुका है जब उन्होंने अपने देश और लोगों को 7 दशकों से अधिक समय तक चलाया. मैं ब्रिटेन के लोगों के दुख को साझा करती हूं और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि – “महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया. उनके निधन से आहत हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं.”