दुनिया भर में परोपकारी व्यक्ति को दी जाने वाली उपमा आश्चर्यजनक रूप से एक है— रॉबिनहुड. तीनों दुनिया के हर देश में जब भी आसमान से उतरे हुए फ़रिश्ते जैसे किसी इंसान का जिक्र आता है, जो बहादुर हो और अत्याचारी अमीरों से लड़ता भी हो, तो रॉबिनहुड इस इंसान में मूर्त होते हैं. भारत में भी कथा साहित्य से लेकर फिल्मों और आम जनता के बीच रॉबिनहुड एक लोकप्रिय मिथकीय पात्र है. लोग रॉबिनहुड के बारे में जरा भी नहीं जानते लेकिन बात-बात पर उसकी उपमा देना खूब जानते हैं. तो कौन था ये रॉबिनहुड, जो दुनिया में इतना चर्चित है. (The Story of Robin Hood, Lord of the Poor)
रॉबिनहुड के बारे में जानकारियाँ इकठ्ठा करने की बहुत कोशिशें की गयीं तो पाया गया कि बहुत सटीक जानकारी जुटाना तो मुमकिन नहीं है, लेकिन इतना पता है कि वह इंग्लैण्ड की यॉर्कशायर काउंटी का रहने वाला था. रॉबिन हुड की जन्मतिथि को लेकर कोई पुख्ता प्रमाण तो नहीं है. लेकिन साल 1377 में इंग्लैंड में शेरवुड के जंगलों में रॉबिनहुड के होने की जानकारी मिलती है. ब्रिटिश म्यूजियम के एक दस्तावेज में रॉबिनहुड के 1160 में यार्कशायर में जन्म का रॉबिनहुड दावा किया गया है. रॉबिनहुड का असली नाम रॉबिन लॉन्गवुड बताया जाता है. जिसके पिता एक संपन्न किसान थे जो चर्च और राजा द्वारा किसानों को लूटने के खिलाफ थे. उनका बाकायदा एक मांगपत्र था और उनकी मांगों के साथ उनके इलाके के ज्यादातर किसान थे. इसलिए राजा ने उसका क़त्ल करवा दिया और उसके परिवार को तबाह कर दिया.
रॉबिनहुड का पहला जिक्र 15वीं शताब्दी की एक कविता की चार पंक्तियों में मिलता है. वह एक बहादुर योद्धा और अचूक निशानेबाज था. रॉबिनहुड ग़रीबों के लिए मसीहा था और अमीर उसके नाम से ही खौफ खाते थे. दरअसल उस दौर में राजा, जमींदार और चर्च किसान आबादी को लूटते थे. राजा का कर और चर्च का दसमांश देने के बाद जनता के पास खेतों में बोने के लिए दाने नहीं हुआ करते थे. इसी दौर में रॉबिनहुड कहीं से आया और अमीरों को लूटकर उनका माल ग़रीबों में बांटने लगा, इस काम में उसका जिगरी दोस्त लिटिल जॉन उसकी मदद किया करता था. धीरे-धीरे रॉबिनहुड ने बाकायदा एक सेना बना ली.
रॉबिनहुड अपने साथियों के साथ जंगलों में ही रहता और अमीरों को लूटकर उनका माल जनता में बाँट देने के बाद गायब हो जाता. अमीर उससे खौफ खाते थे और किसी भी हाल में उसे गिरफ्तार करना चाहते थे. लेकिन वह कभी हाथ नहीं आया.
लिटिल जॉन के बाद मैरियन रॉबिनहुड की जिंदगी में आयी. वह तीरंदाज लड़की किसी रोज जंगल में तीरंदाजी करते हुए रॉबिन को मिली और दोनों दोस्त हो गए और फिर प्रेमी.
रॉबिनहुड के किसी रहस्यमयी बीमारी का शिकार हो जाने के बाद उन्हें स्वस्थ नहीं किया जा सका. एक रोज रॉबिनहुड ने लिटिल जॉन को अपने पास बुलाया और उससे धनुष मांगा. तीर और धनुष से बेशुमार प्यार करने वाले इस निशानेबाज को तीर-धनुष दिया गया. रॉबिन ने तीर चलाया, यह उसका आख़िरी तीर था. वह तीर जिस जगह पर गिरा वहां रॉबिनहुड को दफ्न कर दिया गया. लेकिन रॉबिनहुड जिंदा रहा हमेशा. (The Story of Robin Hood, Lord of the Poor)
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